Kyu Barason Se Judai Ka Gam
Laila Aur Heer Sah Rahi Hain,
Jara Apna Rumaal To Dena
Meri Naak Bah Rahi Hai.
क्यों बरसों से जुदाई का गम
लैला और हीर सह रही हैं,
जरा अपना रुमाल तो देना
मेरी नाक बह रही है।
Hamne Dhoop Samjhi Wo Chhaaya Nikli,
Hamne Gaay Samjhi Wo Bhains Nikli.
Beda Gark Ho In Beauty Parlaron Ka,
Hamne To Use Ladki Samjha Tha,
Lekin Wo To Ladki Ki Maan Nikali.
हमने धूप समझी वो छाया निकली,
हमने गाय समझी वो भैंस निकली।
बेडा गर्क हो इन ब्यूटी पार्लरों का,
हमने तो उसे लडकी समझा था,
लेकिन वो तो लड़की की माँ निकली।
Apni Surat Ka Kabhi Toh Deedar De,
Tadap Raha Hun Ab Aur Intezaar Na De,
Apni Aawaj Nahi Sunani Toh Mat Suna,
Kam Se Kam Ek Miss Call Hi Maar De.
अपनी सूरत का कभी तो दीदार दे,
तड़प रहा हूँ अब और न इंतज़ार दे,
अपनी आवाज नहीं सुनानी तो मत सुना,
कम से कम एक मिस काल ही मार दे।
Yuse Karte Hain Make-Up Ka Dabba Roz Kyun,
Ban Sanwar Kar Nikalte Hain Roz Kyun,
Mummy, Tum To Kehthi Thi Eid To Kab Ki Gayi,
Phir Padosan Se Gale Milte Hain Papa Roz Kyun.
यूज़ करते हैं मेक-अप का डब्बा रोज़ क्यों,
बन संवर कर निकलते हैं रोज़ क्यों,
मम्मी, तुम तो कहती थी ईद तो कब की गयी,
फिर पड़ोसन से गले मिलते हैं पापा रोज़ क्यों।
Kyon Kisee Kee Yaadon Mein Roya Jae,
Kyon Kisee Ke Khyaalon Mein Khoya Jae,
Vaahar Thand Bahut Jyaada Hai,
Kyon Na Rajaee Taanakar Soya Jae.
क्यों किसी की यादों में रोया जाए,
क्यों किसी के ख्यालों में खोया जाए,
वाहर ठंड बहुत ज्यादा है,
क्यों न रजाई तानकर सोया जाए।
Jab Ham Unke Ghar Gaye…
Kahane Dil Se Dil Laga Lo,
Unki Maa Ne Khola Daravaaja,
Ham Ghavara Ke Bole..
Aanty Bachcho Ko Poliyo Drop Pilava Lo.
जब हम उनके घर गए…
कहने दिल से दिल लगा लो,
उनकी माँ ने खोला दरवाजा,
हम घवरा के बोले..
आंटी बच्चो को पोलियो ड्राप पिलवा लो।
Woh Bewafa Hoti Toh Yaaro Baat Aur Thi,
Uski Wafa Se Hi Dil Mein Zakhm Hai,
Har Dusre Din Uska Messege Aa Jata Hai,
Mobile Recharge Kara Do Balance Khatm Hai.
वो बेवफा होती तो यारों बात और थी,
उसकी वफ़ा से ही दिल में जखम है,
हर दूसरे दिन उसका मैसेज आ जाता है,
मोबाइल रिचार्ज करा दो बैलेंस ख़त्म है।
Pehli Najar Mein Laga Woh Meri Hai,
Aankhein Uski Jheel Si Gehri Hain,
Propose Kar Kar Ke Thak Gaye Hum,
Ab Pata Chala Woh Toh Behri Hai.
पहली नजर में लगा वो मेरी है,
आँखें उसकी झील सी गहरी हैं,
प्रोपोज़ कर कर के थक गए हम,
अब पता चला वो तो बहरी है।
Dhoka Mila Jab Pyar Me Hume,
Zindagi Me Udaasi Chhaa Gayi,
Socha Tha Chhod Denge Pyar Karna,
Par Aaj Mohalle Me Dusri Aa Gayi.
धोखा मिला जब प्यार में हमे,
ज़िन्दगी में उदासी छा गयी,
सोचा था छोड़ देंगे प्यार करना,
पर आज मोहल्ले में दूसरी आ गयी।
Meri Prem Kahani Ka Bhi Kya Ending Tha,
Meri Prem Kahani Ka Bhi Kya Ending Tha,
Maine Propose Kiya Tha Jis Sms Se,
Kambakht Woh Uski Shaadi Tak Pending Tha.
मेरी प्रेम कहानी का भी क्या एंडिंग था,
मेरी प्रेम कहानी का भी क्या एंडिंग था,
मैंने प्रोपोज़ किया था जिस SMS से,
कमबख्त वो उसकी शादी तक पेंडिंग था।
Kaash Pyaar Ka Insurance Karwaya Jata,
Pyar Karne Se Pehle Premium Bharwaya Jata,
Agar Pyar Me Wafa Mili To Theek Varna,
Jo Kharcha Hota Uska Claim Dilwaya Jata.
काश प्यार का इन्स्योरेंसे करवाया जाता,
प्यार करने से पहले प्रीमियम भरवाया जाता,
अगर प्यार में वफ़ा मिली तो ठीक वरना,
जो खर्चा होता उसका क्लेम दिलवाया जाता।
Ek Boond Se Saagar Nahi Banta,
Rone Se Muqaddar Nahin Banta,
Patana Hai Toh Poora Girls Hostel Pataao,
Ek Ladki Pataake Koi Sikandar Nahin Banta.
एक बूँद से सागर नहीं बनता,
रोने से मुक़द्दर नहीं बनता,
पटाना है तो पूरा गर्ल्स हॉस्टल पटाओ,
एक लड़की पटाके कोई सिकंदर नहीं बनता।
Umeedon Ki Manzil Toot Gayi,
Aankho Se Ashqo Ki Dhara Beh Gayi,
Arre Tumhari Bhi Kya Ijjat Reh Gayi,
Jab Class Main Ladki Bhaiya Keh Gayi.
उम्मीदों की मंजिल टूट गयी,
आँखों से अश्को की धारा बह गयी,
अरे तुम्हरी भी क्या इज्ज़त रह गयी,
जब क्लास में लड़की भैया कह गयी।
Arz Kiya Hai…
Beizzati Aur Biwi Ajeeb Cheej Hoti Hai,
Gaur Farmaiyega…
Beizzati Aur Biwi Ajeeb Cheej Hoti Hai,
Achchhi Tabhi Lagti Hai Jab Dusre Ki Hoti Hai.
अर्ज़ किया है…
बेइज़्ज़ती और बीवी अजीब चीज़ होती है,
गौर फरमाइएगा…
बेइज़्ज़ती और बीवी अजीब चीज़ होती है,
अच्छी तभी लगती है जब दूसरे की होती है।
Muqaddar Me Raat Ko Neend Nahi To Kya,
Muqaddar Me Raat Ko Neend Nahi To Kya,
Hum Bhi Muqaddar Ko Choona Lagate Hain,
Aur Din Me Hi So Jaate Hain.
मुक़द्दर में रात को नींद नहीं तो क्या,
मुक़द्दर में रात को नींद नहीं तो क्या,
हम भी मुक़द्दर को चूना लगाते हैं,
और दिन में ही सो जाते हैं।